Rural godown scheme 2025: सरकार ने लागत बढ़ाकर किसानों को कैसे दिया बड़ा फायदा?

Rural godown scheme 2025: भारत सरकार द्वारा किसानों और कृषि उद्यमियों को वेयरहाउस निर्माण में सब्सिडी देने की योजना कई वर्षों से चल रही है। लेकिन पहले की व्यवस्था में किसानों को अपनी जेब से बड़ी राशि लगानी पड़ती थी, क्योंकि निर्धारित लागत कम थी जबकि निर्माण की वास्तविक लागत कहीं ज्यादा होती थी। अब सरकार ने नए सर्कुलर के माध्यम से इस लागत को बढ़ा दिया है, जिससे किसानों को बड़ी राहत मिली है।

इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि इस नई सर्कुलर के आने के बाद वेयरहाउस पर मिलने वाली सब्सिडी कैसे प्रभावित हुई है और इससे किसानों को क्या लाभ हुआ है। साथ ही, हम वेयरहाउस निर्माण से जुड़ी ज़रूरी जानकारियों जैसे डिज़ाइन, लाभ, पात्रता मानदंड, और आवश्यक दस्तावेजों की भी जानकारी देंगे।

सरकार का नया कदम: लागत बढ़ाई गई, सब्सिडी दर वही रही

पुरानी व्यवस्था में यदि कोई किसान 5000 मेट्रिक टन का वेयरहाउस बनाना चाहता था, तो उसे लगभग ₹1.5 करोड़ की सब्सिडी मिलती थी। लेकिन उसकी वास्तविक लागत ₹2.5 करोड़ तक पहुँच जाती थी। ऐसे में किसान को अपनी जेब से ₹1 करोड़ तक लगाने पड़ते थे।

अब नए सर्कुलर के तहत, सरकार ने सब्सिडी की दर को तो यथावत रखा है, लेकिन जिस लागत पर सब्सिडी मिलेगी, उसे बढ़ा दिया गया है।

उदाहरण के तौर पर:

  • 1000 मेट्रिक टन की लागत अब ₹70 लाख निर्धारित की गई है।
  • 1000 टन से ऊपर निर्माण के लिए प्रति मेट्रिक टन लागत ₹3000 निर्धारित की गई है।

लागत बढ़ाने के पीछे की वजहें

सरकार ने यह निर्णय क्यों लिया?क्योंकि केवल वेयरहाउस का ढांचा बनाना ही पर्याप्त नहीं है। आज के आधुनिक कृषि सिस्टम में वेयरहाउस के साथ-साथ अन्य सुविधाएं भी जरूरी हो गई हैं, जैसे:

  • पक्की सड़क निर्माण
  • बाउंड्री वॉल
  • धर्मकांटा (Weighing Scale)
  • अग्निशमन यंत्र (Fire safety equipment)
  • ग्रेडिंग और क्वालिटी टेस्टिंग प्लांट
  • पैकेजिंग सिस्टम
  • ड्रेनेज सिस्टम
  • किसानों के बैठने की जगह और ऑफिस की सुविधा

इन सभी सुविधाओं की लागत को ध्यान में रखते हुए सरकार ने यह बदलाव किया है। इसके साथ ही इससे वेयरहाउस की गुणवत्ता में भी सुधार होगा और किसानों को कृषि उत्पादों के भंडारण में बेहतर व्यवस्था मिलेगी।

कैसे मिलेगा पूरा लाभ?

यदि आपका 1000 मेट्रिक टन का वेयरहाउस है और आपने ₹55 लाख में इसका मुख्य ढांचा तैयार कर लिया, तो बाकी ₹15 लाख में आप अन्य जरूरी सुविधाएं भी जोड़ सकते हैं। इस पूरी लागत ₹70 लाख पर सरकार सब्सिडी देगी।

इसी तरह,

  • 2000 मेट्रिक टन के लिए लागत लगभग ₹1.2 करोड़ मानी गई है।
  • 5000 मेट्रिक टन के लिए इससे भी अधिक, लेकिन उसी अनुपात में।

इस स्कीम के अंतर्गत यदि आपका निर्माण कार्य निर्धारित लागत से कम में पूरा हो जाता है, तब भी आपको पूरी स्वीकृत लागत के अनुसार सब्सिडी प्राप्त हो सकती है, यदि आपने अन्य आवश्यक निर्माण कार्य पूरे किए हों।

इसे भी क्लिक करके पढ़ें

Ration Card KYC Online 2025: घर बैठे करें राशन कार्ड ई-केवाईसी, जानिए पूरी प्रक्रिया

नई नीति का लाभ किसे मिलेगा?

  • वे किसान जो बड़ा वेयरहाउस बनाना चाहते हैं।
  • कृषि स्टार्टअप्स और उद्यमी
  • कोल्ड स्टोरेज या अन्य सुविधाओं के साथ वेयरहाउस बनवाने वाले
  • सहकारी समितियाँ और स्वयं सहायता समूह (SHGs)

वेयरहाउस निर्माण की डिज़ाइन और मापदंड

  • गोडाउन की लंबाई-चौड़ाई स्थल की उपलब्धता और क्षमता पर निर्भर होगी।
  • निर्माण RCC या PEB (Pre-Engineered Building) में किया जा सकता है।
  • अंदर पर्याप्त वेंटिलेशन, रोशनी, और एंटी-टर्माइट ट्रीटमेंट होना अनिवार्य है।
  • जल निकासी की व्यवस्था (drainage) हर प्रोजेक्ट में अनिवार्य है।

यह भी पढ़ें

Pradhan Mantri Awas Yojana 2025:घर पाने का सुनहरा मौका – जानिए कैसे करें आवेदन?

बैंक लोन लेने की प्रक्रिया

वेयरहाउस निर्माण के लिए सरकार की सब्सिडी योजना का लाभ लेने हेतु बैंक लोन जरूरी होता है। बैंक लोन लेने की प्रक्रिया निम्नलिखित है:

  1. प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करें:– वेयरहाउस की कुल लागत, सब्सिडी का अनुमान, लाभ-हानि विश्लेषण, निर्माण की समय-सीमा, और जगह का विवरण शामिल हो।– इस रिपोर्ट को चार्टर्ड अकाउंटेंट या किसी कृषि विशेषज्ञ की मदद से बनवाएं।
  2. बैंक से संपर्क करें:– सरकारी या प्राइवेट बैंक जिनकी NABARD या कृषि से जुड़ी योजनाओं में भागीदारी हो, जैसे SBI, PNB, BOI आदि।
  3. लोन एप्लिकेशन फॉर्म भरें:– बैंक द्वारा प्रदान किया गया फार्म भरें जिसमें प्रोजेक्ट डिटेल, लागत और दस्तावेज संलग्न हों।
  4. लोन स्वीकृति व वितरण:– बैंक आपकी प्रोजेक्ट रिपोर्ट और क्रेडिट हिस्ट्री के आधार पर लोन स्वीकृत करेगा।– स्वीकृति के बाद रकम सीधे आपके खाते में या चरणबद्ध तरीके से मिलती है।

आवश्यक दस्तावेज

बैंक लोन और सब्सिडी दोनों के लिए निम्नलिखित दस्तावेज जरूरी होते हैं:

व्यक्तिगत दस्तावेज:

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • निवास प्रमाण पत्र
  • बैंक स्टेटमेंट (पिछले 6 महीने का)

भूमि से जुड़े दस्तावेज:

  • खसरा-खतौनी (भूमि स्वामित्व प्रमाण)
  • भूमि की मैपिंग/साइट प्लान
  • भूमि पर नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (यदि ज़रूरी हो)

प्रोजेक्ट से जुड़े दस्तावेज

सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मानक:

साइज:

  • न्यूनतम 1000 MT क्षमता से लेकर अधिकतम 5000 MT या उससे अधिक।
  • क्षेत्रफल का चयन भंडारण जरूरत और सब्सिडी सीमा के अनुसार।

स्ट्रक्चर:

  • RCC या प्री-फैब्रिकेटेड स्ट्रक्चर
  • जल निकासी व्यवस्था अनिवार्य
  • अग्निशमन यंत्र की उपलब्धता

अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं:

  • सड़क, बाउंड्री वॉल, लोडिंग/अनलोडिंग प्लेटफॉर्म
  • तौल कांटा, पैकेजिंग यूनिट
  • क्वालिटी टेस्टिंग लैब व ऑफिस स्पेस

इंस्पेक्शन प्रक्रिया

निर्माण पूरा होने के बाद आवेदन:

  1. निर्माण पूरा होने के बाद आवेदन: निर्माण कार्य की फोटोज व प्रमाण पत्र के साथ आवेदन करें।
  2. NABARD/बैंक का निरीक्षण:– अधिकारी वेयरहाउस स्थल पर आकर भौतिक सत्यापन करते हैं।– तय मानकों के आधार पर हर सुविधा की जांच की जाती है।
  3. इंस्पेक्शन रिपोर्ट:– निरीक्षण रिपोर्ट में वेयरहाउस का उपयोग, निर्माण गुणवत्ता और तय खर्च की तुलना दर्ज होती है।

सब्सिडी मिलने का समय और प्रक्रिया

सब्सिडी प्राप्ति प्रक्रिया:

  1. इंस्पेक्शन के बाद रिपोर्ट बैंक/NABARD को भेजी जाती है।
  2. रिपोर्ट की स्वीकृति के बाद सब्सिडी की राशि सरकार द्वारा सीधे आपके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर होती है।
  3. औसतन इसमें 3 से 6 महीने का समय लग सकता है।

नोट:

सब्सिडी तभी मिलती है जब प्रोजेक्ट सभी नियमों के अनुसार पूरा हो और सभी दस्तावेज सही हों।– सब्सिडी की दर 33% से 50% तक हो सकती है, जो कि स्थान और श्रेणी पर निर्भर करती है (SC/ST, महिला, सामान्य श्रेणी आदि)।

निष्कर्ष:

यदि आप वेयरहाउस बनाकर कृषि भंडारण में निवेश करना चाहते हैं तो ये योजना आपके लिए बहुत फायदेमंद है। सरकार द्वारा लागत बढ़ाने से अब आपकी वास्तविक लागत पर ही सब्सिडी मिलती है, जिससे किसानों व उद्यमियों दोनों को लाभ होगा।

क्या सब्सिडी की दर बढ़ाई गई है?

नहीं, सब्सिडी की दर वही है लेकिन जिस लागत पर सब्सिडी दी जाती है, उसे बढ़ा दिया गया है।

क्या मैं सिर्फ वेयरहाउस बनाकर सब्सिडी ले सकता हूं?

हाँ, लेकिन यदि आप अन्य सुविधाएं भी जोड़ते हैं तो आपको ज्यादा लाभ मिलेगा और पूरी लागत सब्सिडी के दायरे में आ जाएगी।

क्या निजी व्यक्ति भी इसका लाभ ले सकते हैं?

हाँ, कोई भी व्यक्ति, कंपनी, किसान समूह, SHG, या FPO इसका लाभ ले सकता है, बशर्ते वह पात्रता मानदंडों को पूरा करता हो।

सब्सिडी प्राप्त करने के लिए आवेदन कहां करें?

आपको संबंधित राज्य कृषि विभाग या NABARD की अधिकृत वेबसाइट पर आवेदन करना होगा। साथ ही, बैंक के माध्यम से भी आप आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं।

क्या कोल्ड स्टोरेज या प्रोसेसिंग यूनिट को भी इसमें शामिल किया जा सकता है?

हाँ, यदि आपके वेयरहाउस प्रोजेक्ट में ग्रेडिंग, पैकेजिंग या कोल्ड स्टोरेज यूनिट शामिल है, तो सब्सिडी के लिए यह अधिक उपयुक्त होगा।

वेयरहाउस सब्सिडी योजना के लिए कौन पात्र है?

जो भी व्यक्ति, किसान, किसान उत्पादक संगठन (FPO), सहकारी समिति, कृषि व्यवसायी, या कोई निजी संस्था वेयरहाउस बनाना चाहती है, वह इस योजना के लिए पात्र है। भूमि आपके नाम होनी चाहिए।

योजना के तहत अधिकतम कितनी सब्सिडी मिल सकती है?

यह श्रेणी और क्षेत्र पर निर्भर करता है:– सामान्य वर्ग: 25% – 33.33%– SC/ST/महिला/पूर्वोत्तर राज्यों के लिए: 33% – 50%अधिकतम सीमा ₹75 लाख से ₹1 करोड़ तक हो सकती है।

क्या किराए की जमीन पर वेयरहाउस बनाकर सब्सिडी मिल सकती है?

हां, यदि आपके पास लंबी अवधि की लीज (कम से कम 10 वर्ष) है और कानूनी रूप से निबंधित लीज डॉक्यूमेंट है तो आप पात्र हैं।

क्या बिना बैंक लोन के भी सब्सिडी मिल सकती है?

नहीं, वेयरहाउस सब्सिडी योजना के लिए प्रायः बैंक फाइनेंस आवश्यक होता है, क्योंकि सब्सिडी का वितरण बैंक या नाबार्ड के माध्यम से ही होता है।

क्या सब्सिडी सीधे लाभार्थी के खाते में आती है?

हां, निरीक्षण व स्वीकृति के बाद सब्सिडी की राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है।

क्या ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है?

कुछ राज्यों में कृषि विभाग या NABARD की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन की सुविधा उपलब्ध है। अन्य स्थानों पर फिजिकल फॉर्म भरकर बैंक/NABARD को जमा करना होता है।

सब्सिडी प्राप्त करने में कितना समय लगता है?

निर्माण कार्य पूरा होने, निरीक्षण और सभी दस्तावेज पूरे होने के बाद 3 से 6 महीने के भीतर सब्सिडी मिल जाती है।

एक व्यक्ति कितने वेयरहाउस पर सब्सिडी ले सकता है?

सामान्यतः एक व्यक्ति एक ही वेयरहाउस पर सब्सिडी ले सकता है, लेकिन यदि अलग-अलग परियोजनाएं, स्थान और बैंक हों, तो विशेष मामलों में अनुमति मिल सकती है।

क्या सब्सिडी टैक्सेबल होती है?

हां, कुछ मामलों में सब्सिडी इनकम टैक्स के अंतर्गत आ सकती है। इसके लिए अपने CA से सलाह लें।

योजना की पूरी जानकारी कहां से मिल सकती है?

अपने ज़िले के कृषि विभाग, NABARD ऑफिस, या संबंधित बैंक शाखा से संपर्क करें।– या NABARD की वेबसाइट और राज्य सरकार की कृषि योजनाओं की वेबसाइट देखें।

Leave a comment